बहुत से लोग ऐसे हैं जो रिफर्बिश्ड का नाम भी अभी तक नहीं सुने हैं लेकिन कुछ लोग ऐसे हैं जो सुने हैं लेकिन उसका अर्थ क्या होगा उसका मतलब क्या होगा ये नहीं पता ,, तो हमने इसको बताने के साथ – साथ ये भी बताया है की इसका इस्तेमाल हमे करना चाहिए और कैसे नहीं , तो आप कृपया इसे ध्यान से और अच्छे से समझ के पूरा पढ़िये । और मोबाइल/लैपटाप खरीदते समय हमे किन – किन बातों का ध्यान रखना चाहिए ये भी बताया है ।
रिफर्बिश्ड का हिन्दी अर्थ क्या है ?
रिफर्बिश्ड पढ़ने मे बस एक छोटा सा अंग्रेजी का शब्द है लेकिन इसका हिन्दी मे अर्थ या मतलब बड़ा है ।
हम किसी मोबाइल या लैपटॉप को ऑनलाइन या किसी मार्केट मे दुकान पर खरीदते हैं जो असली मूल्य से सस्ता होता है तो वो क्यूँ सस्ता है क्यूंकी वो रिफर्बिश्ड हुआ होता है ।
अब इसका मतलब आप सेकंड हैंड मत समझिएगा , पहले आप उदाहरण को पढ़ लीजिये जिससे की अच्छे से आप समझ जाएंगे ।
एक उदाहरण से समझते है
आप गराण्टी और वारंटी तो जानते ही होंगे ।
जब भी आप नया मोबाइल/लैपटाप खरीदते हैं तो जाहीर सी बात है वो गराण्टी मे होगा ही , तो जब आप खरीद कर घर लाते हैं , तो अगर ठीक-ठाक से चल रहा है तो सही है । और अगर नहीं चल रहा है ,, एवं आपके मोबाइल/लैपटाप की गराण्टी की तारिक खत्म भी नहीं हुआ है तो फिर आप तुरंत उसको वापस कर देते हैं जिसके बदले मे आपको दूसरा मोबाइल/लैपटाप मिल जाता है ।
लेकिन क्या आपने कभी सोचा की जो मोबाइल/लैपटाप आप वापस करते हैं,उसका क्या होता है ?
तो मेरे दोस्त वही “रिफर्बिश्ड” होता है मतलब की उस मोबाइल/लैपटाप मे जो खराबी होती है उसको कंपनी बना करके वापस दुकान पर भेज देती है जिसको दुकान वाले फिर से बेच देते हैं उस मोबाइल/लैपटाप को ,, लेकिन जो नया वाला मूल्य होता है उससे कम दाम मे ही बेचते हैं ।
सायद आपको याद होगा की मैंने शुरू मे ही आपको बताया था की इसे हम सेकंड हैंड नहीं कह सकते। वो मैंने इसलिए बोला था क्यूंकी मान लीजिये हम कोई भी समान खरीद कर घर लाते हैं और वो तुरंत खराब हो जाता है।
तो हम फिर उसे उसी वक्त ले जाकर वापस कर देते हैं, और दूसरा ले लेते हैं। और दुकान वाला उसमे जो खराब था उसको बना करके फिर से दुकान मे रख देता है बेचने के लिए, जिसको कोई और खरीद लेता है, तो क्या वो सेकंड हैंड हो गया , अगर आप उसको सेकंड हैंड कहते हैं तो कोई बात नहीं वो आपको मर्जी है ।
रिफर्बिश्ड मोबाइल/लैपटाप कहाँ मिलते हैं
ये आपको आपके लोकल मार्केट मे भी मिल जाते हैं बस आपको पता करना पड़ेगा । और ऑनलाइन देखें तो अमजोन, फ्लिपकार्ट, स्नैपडी इत्यादि पर भी मिलते हैं
रिफर्बिश्ड मोबाइल/लैपटाप खरीदते समय इन बातों का ख्याल रक्खें
- पहले तो देखिये ज्यादा पुराना तो नहीं है ना मतलब की दिखने मे उसकी कंडीशन कैसी है।
- आप कोशिस करें की गराण्टी और वारंटी वाला ही खरीदें ।
- उसके सारे पोर्ट को अच्छे से चेक कर लें , पोर्ट मतलब की चार्जर, जैक
- स्पीकर, टच स्क्रीन , बैटरी फुली तो नही है ना इत्यादि ।
- और आप उस मोबाइल/लैपटाप का मूल्य देखिये की नए वाले से कितना कम है, अगर ज्यादा कम हो तभी लीजिये थोड़ा बहुत कम हो तो मत लीजिये, हाँ कब ले सकते हैं जब आपको लगे की अभी इसकी कंडीशन बिलकुल नयी है तब आप ले सकते हैं ।
और अब हम अगर रिफर्बिश्ड के फायदे और नुकशान को भी देख लेते हैं ।
रिफर्बिश्ड के फायदा
अगर आप सब कुछ चेक करके लेते हैं और सब सही है तो आपको कम पैसे मे ही महंगा वाला मोबाइल/लैपटाप मिल जाता है वो भी ब्रांड ।
आपके जानकारी के लिए बता दूँ तो इसमे ज़्यादातर ब्रांडेड कंपनी के मोबाइल/लैपटाप होते हैं ।
जैसे :- एप्पल , सैमसंग , नोकिया इत्यादि ।
रिफर्बिश्ड के नुकसान
आप तो जानते ही हैं की कोई भी ईलेक्ट्रानिक डिवाइस एक बार खराब हो जाता है तो ज्यादातर खराब होता ही रहता है । अगर आप बिना किसी गराण्टी या वारंटी के लेते हैं , एक बार का बिगड़ा हुआ फोन फिर कब खराब हो जाए किसे पता है । वैसे कोई ज्यादा नुकसान नहीं है क्यूंकी आप जहां खरीदेंगे देख कर ही खरीदेंगे अच्छे से जब तक चेक नहीं करेंगे तब तक लेंगे नहीं तो , इसीलिए मुझे कुछ नुकसान नहीं लग रहा है ।
सर बहोत उपयोगी जानकारी दी है आपने। सर थोडा और विस्तार से एक एक स्टेप बताते तो मजा आजाता। खैर बहुत अच्छा लिखा है।
धन्यवाद!
धन्यवाद दीपक