आज हम रोपोसो ऐप के बारे मे जानने वाले हैं, तो उसके पहले मै आपको कुछ बताना चाहता हूँ, अगर आप भारत देश के हैं तो जैसा की सब जानते हैं आज – कल “ यूट्यूब “ वी एस “ टिक टॉक “ चल रहा है भारत मे , जिससे की जो नहीं चाहता था टिक टॉक को डिलीट करना उसे भी करना पड़ा , तो उनके लिए राहत की बात है ।
अगर ये कहा जाए की आप अपना पैसा किसी और को न देकर अपनो को ही दे तो कैसा रहेगा क्या हुआ समझ मे नहीं आया ।
अरे भाई मेरे कहने का सीधा – सीधा मतलब है , टिक टॉक जैसा ही ऐप अब हमारे भारत मे भी लॉंच पहले से ही हुआ है जिसे भारत के इंजीनियर ने ही डेवेलप किया है जिसका नाम “ रोपोसो “ है ।
तो अब अगर आप चीन के विरोधी हैं और उसके सामान के भी लेकिन आप मजबूर है उसको प्रयोग करने के लिए क्यूंकी आपके देश मे वो सस्ता समान नहीं है , जो चीन मे है , तो अब आपकी शिकायत खत्म हो गयी है, अब आप टिक टॉक की जगह “ रोपोसो “ ऐप का उपयोग करिए हमारे प्रिय भारतवासी मित्रों ।
और हम तो कहते हैं की हम एक – एक भारतवासी को टिक – टॉक डिलीट करके अपना ऐप डाउनलोड करना चाहिए , और दिखा देना चाहिये की हम आत्मनिर्भर हैं, हम कुछ भी कर सकतें हैं ॥
तो अब हम ये बता दें की इस ऐप का हैड्क्वार्टर (भारत) मे है, इसके खोजकर्ता मयंक भंगड़िया (एस ई ओ) , अविनाश सक्सेना, कौशल सक्सेना हैं , इसको डेवेलप 7 साल पहले सन 2013 मे हुआ था । इस ऐप का साइज़ 20.08 एम बी है आंड्रोइड फोन के लिए, और आई ओ एस के लिए 182.7 एम बी का है । इस ऐप मे 15 भाषा उपलब्ध है ।
तो हम यही चाहते हैं की एक बार जरूर इस ऐप को ट्राई करें । और टिक टॉक से ज्यादा रेटिंग और डाउनलोडिंग ‘ रोपोसो ‘ की हो जाए। ऐसा करने से हम टिक टॉक की दुकान को बंद करने मे सफल हो सकते हैं ।।
तो कैसी लगी हमारी जानकारी आप लोगो को,, उम्मीद है की अच्छी लगी होगी और सारी बाते आपको समझ मे भी आई होगी, फिर भी अगर कोई सवाल हो तो कमेंट बॉक्स मे जरूर पुछें , और इस ऐप को यूज करने के बाद बताएं की आपको ये कैसी लगी ॥