फिशिंग क्या होता है

Tips & Tricks

फिशिंग शब्द का अर्थ तो एक ही होता है लेकीन ऑनलाइन या हैकिंग की दुनिया मे इसका मतलब अलग होता है जिसको हम आज आपको विस्तार से समझाने वाले हैं ।

लेकिन आपको हैकिंग के दुनिया की फिशिंग को बताने से पहले साधारण और रियल फिशिंग का अर्थ समझना होगा ।

तो साधारण और रियल लाइफ मे फिशिंग का अर्थ होता है मछली पकड़ना, मतलब की मछली को पकड़ने के लिए कोई जाल बिछाना और उन्हे पास बुलाने के लिए वो जो खाती हैं वो चारा डालना जिसके वजह से मछली जाल मे फंस जाती हैं ।

ठीक यही कोन्सेप्ट हैकिंग के लिए किया जाता है जो की ऑनलाइन दुनिया का “फिशिंग” कहते हैं ।

तो आज मै आपको जो बताने जा रहा हूँ वो सायद आपके साथ जरूर हुआ होगा ,, तो इसीलिए आप इसे ध्यान से पढ़िएगा क्यूंकी आज के बाद से आप फिशिंग का अर्थ/मतलब एकदम अच्छे से समझ जाएंगे ।

आपने जरूर ऐसा कभी ना कभी देखा होगा आपके व्हाट्सऐप, फेसबूक, इन्स्टाग्राम या ईमेल  इत्यादि पर एक लिंक आता होगा जिस पर क्लिक करने पर एक कोई पेज ओपेन होता होगा ।

जिसमे आपकी व्हाट्सऐप, फेसबूक, इन्स्टाग्राम या ईमेल  इत्यादि या फिर सोशल मीडिया जैसी अकाउंट का ‘आईडी’ से लॉगिन करने को कहा जाता होगा, जिसमे अगर आप अपनी ‘आईडी’  डाल कर लॉगिन/साइनअप/साइनइन कर देते हैं तो समझ लीजिये आपका अकाउंट हैक हो गया है,, आपकी यूजर आईडी और पासवर्ड उसके पास गयी जिसने उस लिंक को बनाया था ।

एक खास बात ये है की जब भी किसी के पास उस लिंक को भेजना होता है तो उसमे ऐसा कुछ लिख दिया जाता है की आप उसको पढ़कर क्लिक कर ही देते हैं , और जो पेज ओपेन होता है उसमे लॉगिन भी हो जाते हैं तो अगर आप भी किसी लिंक पर क्लिक करते हैं तो अब मत करिएगा ।

लेकिन मै आपको ये भी बताऊंगा की कोई आरिजिनल लिंक होगा तो उसको कैसे पहचानेंगे ?

लेकिन उससे पहले आपको ये समझना जरूरी है की जैसे मछली को पकड़ने के लिए जाल बिछाया जाता है और चारा डाला जाता है ।

ठीक उसी प्रकार किसी की आईडी को हैक करने के लिए लिंक भेजा जाता है, जिसे हम जाल समझ सकते हैं। और जो लिंक के साथ कुछ ऐसा लिखकर आता है जिस पर क्लिक करने पर हम मजबूर हो जाते हैं ,, तो उस लिखे हुए को हम चारा समझ सकते हैं ॥

अब हम समझने वाले हैं ओरिजिनल लिंक और फिशिंग लिंक के बारे मे ।

तो जब आप उस लिंक पर क्लिक करेंगे तब जो पेज खुलेगा उस पेज का लिंक आप एक ओरिजिनल लिंक से मिलाइएगा अगर सब कुछ सेम है तो ओरिजिनल है । और एक भी अक्षर अगर गलत है तब समझ लीजिये की फालतू है और ये “फिशिंग” है ।

अगर नहीं समझ मे आया तो एक उदाहरण देख लीजिये , उदाहरण मे हम फेसबूक  को लेकर समझते हैं ।

उदाहरण -: 

                                ‘ ओरिजिनल ’

एचटीटीपीएस://डबल्यूडबल्यूडबल्यू .फेसबूक . कॉम

                                ‘ फिशिंग ‘

एचटीटीपी://डबल्यूडबल्यूडबल्यू .फेशबूक . कॉम

( अब आप इसमे अंतर देखिये )

(अ)          ओरिजिनल मे मैंने ‘एचटीटीपी’ लिखने के बाद “ स “ लिखा है लेकिन फिशिंग मे नहीं लिखा है ।

(ब)           ओरिजिनल मे मैंने जब फेसबूक लिखा है तो  छोटा “स” लिखा है लेकिन फिशिंग मे बड़ा “श” लिखा है ।

तो ऐसे ही आपको छोटी – छोटी गलतियाँ मिल जाएंगी ।

तो उम्मीद है की आपको अच्छे से समझ मे आया होगा अगर फिर भी आपको कोई भी कन्फ़्युजन हो तो आप हमे कमेंट बॉक्स मे पूछ सकते हैं । और अगर पसंद आए तो कृपया शेयर कर दीजिये और लोगो के पास ॥

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *