इन्फोलिंक्स क्या है , इन्फोलिंक्स से पैसे कैसे कमाएं ?

Online Earning Review

जब आप कोई वैबसाइट बनाते हैं तो क्यूँ बनाते हैं ?

सिम्पल सी बात है पैसे कमाने के लिए , और वो पैसे हमे एडवरटाइज़मेंट से मिलते हैं ये भी हम जानते हैं । और लगभग – लगभग सभी लोग जानते हैं की वो “एड” सभी वैबसाइट वाले अपनी वैबसाइट पर “गूगल एडसेंस” के द्वारा लगाते हैं ।

लेकिन अगर मै ये कहूँ की गूगल एडसेंस के अलावा भी आप अपने वैबसाइट पर एड लगा सकते हैं और पैसा कमा सकते हैं ।

जी हाँ दोस्तों आप “इन्फोलिंक्स” से भी अपने वैबसाइट पर एड लगा सकते हैं, और तो और ‘इन्फोलिंक्स’ गूगल एडसेंस से कहीं – कहीं पर बहुत अच्छा साबित होता है ।

तो चलिये हम गूगल एडसेंस और इन्फोलिंक्स की तुलना करते हुए इन्फोलिंक्स को और भी अच्छे से समझते हैं ।

                        इन्फोलिंक्स और गूगल एडसेंस की तुलना

मान लीजिये अगर हमारा कोई वैबसाइट है जिसमे कम ट्राफिक आते हैं, मतलब की “सौ” मे या उससे कम, तो अगर आप गूगल एडसेंस मे अपने वैबसाइट को अप्रूवल के लिए भेजेंगे, तो गूगल एडसेंस ज़्यादातर रिजैक्ट कर देता है , और अगर “सौ” से भी कम ट्राफिक है, तब तो आप भूल ही जाइए की गूगल एडसेंस आपके वैबसाइट को अप्रूव करेगा एडवरटाइजमेंट के लिए ।

लेकिन इन्फोलिंक्स ऐसा नहीं है , क्यूंकी इन्फोलिंक्स के पास आप अपने वैबसाइट पर ‘एडवरटाइजमेंट’ के लिए जब अप्रूव करेंगे तब इन्फोलिंक्स “ सौ और पचास “ के बीच मे भी अगर ट्राफिक आती है तो भी आपका वैबसाइट अप्रूव हो जाएगा एड के लिए । जिससे की आप आराम पैसा कमाना शुरू कर सकते हैं ।

एक और खास अंतर इन दोनों मे है।

गूगल एडसेंस का नियम बहुत ही कठोर है, कहने का मतलब है गूगल एडसेंस के पास जब अप्रूवल आप भेजेंगे तब वो आपके वैबसाइट को बहुत ही अच्छे से जांच करता है, एक – एक कॉनटैंट को,, की उसमे कोई गलती या कॉपीराइट तो नहीं है ना, उसके बाद ही अप्रूवल एक्सेप्ट होगा ।

लेकिन इन्फोलिंक्स मे ऐसा नहीं है इसका नियम कानून थोड़ी ढीली है । इसमे अप्रूवल के लिए कोई दिक्कत नहीं होती है ।

                                इन्फोलिंक्स की महत्वपूर्ण बातें

  • इन्फोलिंक्स का हैड क्वार्टर ‘अमेरिका’ के ‘कैलिफोर्निया’ मे है ।
  • इन्फोलिंक्स एडवरटाइज़मेंट वैबसाइटों मे से तीसरे न०. पर आता है सबसे बड़े और सबसे बढ़िया मे ।
  • इन्फोलिंक्स मे गूगल एडसेंस से थोड़ा कम कमाई होती है । क्यूंकी ज्यादा  “एडवरटाइजर” आपना एड इन्फोलिंक्स की अपेक्षा गूगल एडसेंस मे ज्यादा देते हैं।
  • इन्फोलिंक्स की सबसे अच्छी बात यही है की आप अपने वैबसाइट पर कम ट्राफिक से ही कमाना शुरू कर सकते हैं ।

( सबसे महत्वपूर्ण और अच्छी बात आप चाहें तो अपने वैबसाइट पर शुरू मे ही जब कम ट्राफिक है तब इनफोलिंक से अप्रूव करा कर कमाई शुरू कर दीजिये और जब ज्यादा ट्राफिक आने लगे तब आप गूगल एडसेंस से अप्रूव करा लीजिये और कमाई बड़ा लीजिये । )

अब अगर हम एक लाइन मे इन्फोलिंक्स को समझे तो गूगल एडसेंस का जो काम है ठीक वही काम इन्फोलिंक्स का भी है ।

तो हम आशा करते हैं की आपको ये जानकारी जरूर समझ मे आई होगी तो कृपया और लोगो के पास शेयर कर दीजिये, और अगर नहीं आया तो कमेंट बॉक्स मे पूछ सकते हैं जो ना समझ मे आया हो ।

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