महिलाओं के गर्भवती न हो पाने के यह है 5 कारण

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हर औरत माँ बनना चाहती है । अगर औरत का माँ बनने का सपना पूरा न हो तो उनकी ज़िन्दगी में बहुत बड़ा खालीपन आ जाता है । आजकल के दम्पति शादी के बाद कुछ सालों तक बच्चे की कोई तैयारी नहीं करते है । कुछ सालो पश्चात बच्चा न होने पर अत्यधिक परेशान हो जाते है ।आज हम कुछ वजहों से रूबरू होंगे जिसकी वजह से महिलाओं को माँ बनने में दिक्कतें हो रही है ।

  • मोटापा या वजन ज़्यादा होने से महिलाओं को माँ बनने में कुछ मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है ।अधिक वजन वाली महिला कम वजन वाले महिलाओं के मुकाबले जल्दी माँ नहीं बन पाती है ।महिलाओं को समझ नहीं आता है  और तुरंत डॉक्टरों से सलाह लेती है कि वह किस वजह से माँ बनने में नाकामयाब हो रही है ।
  • जीवन सैली में सुधार लाने की आवश्यकता है -दैनिक खान पान का ध्यान रखना बेहद  ज़रूरी है और उसके साथ अपने आपको फिट रखना भी उतना ही आवश्यक है । दैनिक योग और नियमित व्यायाम करने से महिलाएं शारीरिक तौर पर स्वस्थ रहेगी तो माँ बनने में अड़चन पैदा नहीं होगी ।
  • हीमोग्लोबिन टेस्ट अनिवार्य -अगर शरीर में हीमोग्लोबिन की मात्रा कम हो तो महिलाओं को माँ बनने में मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है । हीमोग्लोबिन का तात्पर्य  हेम मतलब आयरन और ग्लोबिन का मतलब है प्रोटीन । शरीर में आयरन अगर कम मात्रा में पायी जाये तो इससे एनएमईआ जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती है । एनएमईआ में महिलाओं को शारीरिक थकान ज़्यादा होती है । बच्चे को जन्म देने के लिए खून में हीमोग्लोबिन  की मात्रा का  अधिक होना ज़रूरी है ।
  • गर्भाशय सबंधित समस्याएं – गर्भाशय में कभी- कभी एक गांठ जैसी बन जाती है जिसे tumour कहा जाता है । इसके लिए तुरंत ऑपरेशन करना सही होता है । इसकी वजह से महिलाओं के माँ बनने का सपना चकनाचूर हो जाता है । ऐसे में डॉक्टर की सलाह लेना अनिवार्य हो जाता  है  ।‍
  • फर्टिलाइजेशन यानी निषेचन सम्बंधित समस्याएं

महिलाओं में दो अंडाशय यानी ओवरी  में से एक परिपक्व अंडा यानी ओवम बनता है | अंडे को फैलोपियन ट्यूब द्वारा स्थापित  जाता है।शुक्राणु यानी स्पर्म गर्भाशय के माध्यम से और फर्टिलाइजेशन प्रक्रिया के लिए अंडे तक पहुंचने के लिए गर्भाशय के माध्यम से चले आते है

निषेचित  अंडा यानी फर्टीलिज़ेड egg  फैलोपियन ट्यूब से गर्भाशय यानी uterus तक  पहुँच जाता है।निषेचित अंडे गर्भाशय में नौ महीने तक माँ के पेट में बड़ा होता है । कभी- कभी औरतों के गर्भाशय सम्बंधित समस्याएं हो सकती है जिसकी वजह से वह नौ महीने अपने बच्चे को गर्भ में रखने में असमर्थ होती है ।

  • फॉलोपियन tube यानी oviduct में अगर समस्या है तो महिलाओं को निषेचन यानी फर्टिलाइजेशन सम्बंधित समस्याएं होती है जिसकी वजह से वह माँ नहीं बन पाती है ।
  • महिलाओं की उम्र – महिलाओं की बढ़ती उम्र भी माँ न बन पाने की एक एहम वजह है ।महिलाओं की उम्र ३५ साल से ज़्यादा होने पर माँ बनने में काफी अड़चने आती  है । आजकल युवा दम्पति IVF टेक्नोलॉजी का सहारा ले रहे है ताकि वह एक नन्हे बच्चे का माँ -बाप बन सके ।

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