नैनो टेक्नोलॉजी क्या है ? नैनो टेक्नोलॉजी काम कैसे करता है ?

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Nano technology in hindi

आजकल ज़्यादातर नैनो टेक्नोलॉजी का नाम सुनने को मिल रहा है , और जिन लोगो ने ‘अवेंजर्स’ मूवी देख ली है वो और भी ज्यादा उत्सुक हैं नैनो टेक्नोलॉजी को जानने के लिए, तो दोस्तों आज मै आपको बहुत ही अच्छे से नैनो टेक्नोलॉजी को समझाने/बताने वाला हूँ ।

तो अगर आप इसको अच्छे से समझना और जानना चाहते हैं तो कृपया पूरा पढ़ें ।

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  नैनो टेक्नोलॉजी क्या है ?

अगर हम नैनो टेक्नोलॉजी को “फ्युचर टेक्नोलॉजी” कहें तो कुछ गलत नहीं होगा ।

तो दोस्तों आपको तो ‘नैनो’ का मतलब पता ही होगा की बहुत बहुत छोटा होता है , जिसे हम सूक्ष्म भी कहते हैं ।

आपको बता दें की हर एक क्षेत्र मे नैनो टेक्नोलॉजी का उपयोग किया जा रहा है, जिससे की सारी चीजें हमे पहले से छोटा , हल्का और स्मार्ट मिल रहा है। ये सिर्फ नैनो टेक्नोलॉजी  की वजह से हो रहा है । लेकिन सोचने और जानने की बात तो ये है की नैनो टेक्नोलॉजी की उत्पत्ति कहाँ से हुई और कैसे हुई तथा भविष्य मे इसका योगदान क्या होगा ?

29 दिसंबर सन् 1959 को अमेरिका के “ कैलिफोर्निया ऑफ इंस्टीट्यूट टेक्नोलॉजी “के एक भौतिकिय शास्त्री “रिचर्ड फेनमैन” नमक व्यक्ति के द्वारा एक लैक्चर मीटिंग के दौरान एक वाक्य बोला गया “देयर्स प्लांटी रूम ऐट द बॉटम” और फिर इसके 1` दशक के बाद प्रोफेसर नोरिओ तमगुची ने ‘नैनो टेक्नोलॉजी’ शब्द का प्रयोग किया ।

और उसके बाद सूक्ष्मदर्शी का आविष्कार हुआ जिससे की नैनो टेक्नोलॉजी पर काम और भी अच्छे से और तेजी से शुरू हो गया जो की अभी भी चल रहा है ।

लेकिन ये भी कहा जाता है की आप किसी भी नॉर्मल सूक्ष्मदर्शी से किसी नैनो चीज को नहीं देख सकते उसके लिए स्पेशल सूक्ष्मदर्शी होनी चाहिए ।

तो आप ये भी जान लीजिये की कितना छोटा होता है “ नैनो का साइज़ “

तो ‘1 नैनो मिटर’   ‘एक  मिटर’ का  ‘ एक अरबवां ‘ हिस्सा होता है ।

और 1 इंच मे 2 करोड़ 54 लाख नैनो मिटर होते हैं ।

कहा जाता है की अखबार की एक शीट मे 1 लाख नैनो मिटर होते हैं ।

अब सायद आपको पता लग गया होगा की 1 नैनो मिटर कितना छोटा होता है ।

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कौन – कौन से क्षेत्र मे नैनो मिटर का इस्तेमाल होता है ?

तो नैनो मिटर का इस्तेमाल लगभग हर क्षेत्र मे होता है ।

जैसे की – फिजिक्स , कमेस्ट्री , बायोलॉजी , मटेरियल साइन्स , इंजीन्यरिंग , मेडिकल साइन्स , इलेक्ट्रिशियन, कृषि इत्यादि ।

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नैनो टेक्नोलॉजी के काम

सबसे पहले तो हम इंसान की स्वास्थ्य के बारे मे बताने वाले हैं, जिसमे नैनो टेक्नोलॉजी की स्वास्थ के मामले मे क्या काम है ?

तो ऐसी दवा बनाई जा रही है नैनो टेक्नोलॉजी की मदद से जो कैंसर जैसी बीमारी को जड़ से और जल्द से जल्द ठीक कर देगा ।

कहा जा रहा है की नैनो टेक्नोलॉजी की मदद से शरीर के अंदर की बीमार/खराब कोशिकाओं को सही और खत्म करने मे बहुत ज्यादा आसान हो जाएगा ।

अगर आप कम्प्युटर के बारे मे थोड़ा जानते होंगे तो आपको पता होगा की सबसे पहले कम्प्युटर जो बना था, वो इतना बड़ा था की एक बड़े कमरे मे रखना पड़ता था, एक बड़े कमरे के साइज का होता था ।

लेकिन अब उसी कम्प्युटर का साइज छोटा करके हम लोगो के हाथ मे लेने के लायक बना दिया गया है । और इतना छोटा “नैनो टेक्नोलॉजी” की मदद से ही हो पाया है ।

इस टेक्नोलॉजी की मदद से खाद्य  भी बनाई जा सकती है, जिसकी वजह से बहुत ही जल्दी और अच्छे फल/सब्जी मिलने लगेंगे ।

वायु प्रदूषण को भी नियंत्रण किया जा सकता है । और मेडिकल मे ये इतना ज्यादा प्रभावी साबित होगा जिससे की मनुष्यों की उम्र भी बढ़ जाएगी ।

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तो ऐसे – ऐसे ही इसके बहुत से काम हैं ।

नैनो टेक्नोंलॉजी कि शिक्षा :-

अगर आप नैनो टेक्नोलॉजी पढ़ना चाहते हैं तो 12 पास करने के बाद आप पढ़ सकते हैं ।

बी एस सी , एम एस सी , बी . टेक , एम . टेक इत्यादि कोर्स हैं ।

उम्मीद है आपको हमारी ये जानकारी समझ मे आई होगी तो कृपया शेयर जरूर करें , और अगर कुछ पुछना है तो आप कमेंट बॉक्स मे पूछ सकते हैं ।

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